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भारतीय संविधान सम्मानित लोगों के लिए बनाया गया हैं।
आपराधिक प्रवृत्ति लोगों के लिए तो सजा का प्रावधान किया गया हैं।
आपराधिक प्रवृत्ति के लोग संविधान में संशोधन करेगें।
तो फिर सोचिए संविधान कि मुल भावनाओं का कया हश्र होगा?
यह यज्ञ प्रश्न हमारे सामने हैं।
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