STORYMIRROR

ऐ दोस्त तू...

ऐ दोस्त तू जिंदगी कर ले, कुछ इस तरह से बसर घुट-घुटकर ऐसे ही जीने की, खुद को ना दें सजा यादगार बन जाए ये जीवन, पल-पल कि क्षणों में तू ले-ले जीने का मजा मरके फिर कभी ना होगा, इसी शरीर में तेरी आत्मा का मिलन जुदा होंगे ये एक दूजे से, कहीं ना होगा इसका नामो-निशा अनमोल इस देह को व्यथीत नाकर, तू दुख और पीडाओ से उस राह को चुन लें जहां मिल जाए, तुझे जीने कि एक नई दिशा " सुनीता चावडा"

By Sunita Chavda
 245


More hindi quote from Sunita Chavda
12 Likes   0 Comments
23 Likes   0 Comments
22 Likes   0 Comments
16 Likes   0 Comments
26 Likes   0 Comments