उगता सूर्य दर्शाता है
प्रेरणा देता है मुझे
अंधेरा सूर्य के जाने से नहीं होता
जीवन में सही समय पर रोशनी होगी
सफलता के प्रकाश की
उम्मीद ना छोड़िए
खड़े है अब भी वहीं, तेरी एक झलक तक नहीं दिखाई दे
तेरी यादों के सहारे बस ज़िंदा है, रहम कर और रिहाई दे
अब आगे जाना नहीं, पीछे का रास्ता ना दिखाई दे
दुनिया वाले मगरूर कहने लगे हैं, अब कौन इन्हें सफाई दे
हम दीवाने ही थे
जो रो रहे थे
खुशियां कम नहीं मिली थी
बस मुट्ठी छोटी थी हमारी
चलो एक बार फिर शुरू करते हैं
पतझड़ गई, इक नई बहार लाते है
उम्मीदों के जो झड़ गए थे फूल
वो इक बार फिर से खिलाते है
गुजरे हुए वक़्त की पोटली बाँध दीजिए
आने वाला वक़्त बाहें फैलाए खड़ा है
आप कोशिश क्यूँ नहीं कर लेते हमे तोड़ने की
जनाब! हम वक़्त से लड़कर मजबूत हुए है
मेरी माँ मेरा इंतज़ार कर रही है
जीने के लिए इतनी प्रेरणा बहुत है
उनके एहसानों का बदला कोई देगा नहीं
फ़िर भी,
ना चांद चमकना
ना सूरज उगना
छोड़ता है कभी
गिनती आती है पर खुशियां गिन नहीं सकते
हँसना आता है फ़िर भी ग़मों की गिनती छोड़ी नहीं