I write for humanity.
ज़िंदगी, हर शाम तू बदलता रहा Iसबके अपने क़िस्से हैं यहाँ, लेकिन ज़िंदगी, हर शाम तू बदलता रहा Iसबके अपने क़िस्से हैं यहाँ, लेकिन