I'm Azhar and I love to read StoryMirror contents.
न कोई जब्र न ही बंदिश कभी रखी तुम पर दोस्त हम नहीं जो औरों पर हुकूम चलाते हैं। न कोई जब्र न ही बंदिश कभी रखी तुम पर दोस्त हम नहीं जो औरों पर हुकूम चलाते हैं...