“सिविल सेवा और मानव योनि की प्राप्ति चौरासी लाख योनियों में भटकने के बाद ही संभव है।”
– IAS फेल
लेखक : श्वेत कुमार सिन्हा
"आज बेटे और बेटियों में कोई अंतर नहीं। सच तो यह है कि बेटियां रिश्ते और कर्तव्य के प्रति ज्यादा ईमानदार होती हैं।"
–ईमानदारी; लेखक–श्वेत कुमार सिन्हा