खाली न जाऊँगा है इतना यकीं क्योंकि, मैं बूँद का प्यासा हूँ वो पूरा समुन्दर है।।
उसी एक 'अंतिम स्पर्श' का अनन्त सुख साथ ले कर वो एक नई यात्रा की और बढ़ चुकी थीं। उसी एक 'अंतिम स्पर्श' का अनन्त सुख साथ ले कर वो एक नई यात्रा की और बढ़ चुकी थीं।