Shubham Patidar
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⛈ जैसे बादलो को बंजर जमीन पर बरस के सुख मिलता है , वैसे ही अनकहे अल्फाजो को हकदार सुनता है , तो सुकून मिलता है ! 💚

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|| अनजान सफ़र || फ़िर एक रेलवे स्टेशन , फिर एक ट्रेन का इंतजार ! फिर एक सफर , फिर उसी उधेड़ पन मैं उलझा मन की , न जाने ये जिंदगी की गाड़ी कहां जाकर ठहरेगी , एक सुकून भरी सांस अब कहां जाकर मिलेगी ! - शुभम पाटीदार

|| अनजान सफ़र || फ़िर एक रेलवे स्टेशन , फिर एक ट्रेन का इंतजार ! फिर एक सफर , फिर उसी उधेड़ पन मैं उलझा मन की , न जाने ये जिंदगी की गाड़ी कहां जाकर ठहरेगी , एक सुकून भरी सांस अब कहां जाकर मिलेगी ! - शुभम पाटीदार

|| आजादी || 🤘 लफ़्ज़ों में नहीं कहना अब ऐसे की, ऐ जिंदगी चल और मुझे आबाद कर दे ! हार-हार कर थक गया हूं लगता है ऐसे की, उड़ना सीख ले और खुद को आजाद कर दे।

|| आजादी || 🤘 लफ़्ज़ों में नहीं कहना अब ऐसे की, ऐ जिंदगी चल और मुझे आबाद कर दे ! हार-हार कर थक गया हूं लगता है ऐसे की, उड़ना सीख ले और खुद को आजाद कर दे।

खुद को जरा संभाल लो , वो अब कयामत बरसाने निकला है ! जिसे जीने की शिकायत है , वो आज लोगों को मरवाने निकला है ! - शुभम पाटीदार

खुद को जरा संभाल लो , वो अब कयामत बरसाने निकला है ! जिसे जीने की शिकायत है , वो आज लोगों को मरवाने निकला है ! - शुभम पाटीदार

तलाश दिल को सुकून की होती है , पहले बातें इश्क़-जुनून की होती है, ओर मोहब्बत में गर मजहब आजाए तो , कहानी कोई मुकम्मल नही होती है।


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