Neha sharma
Literary Colonel
34
Posts
1
Followers
1
Following

I'm Neha and I love to read StoryMirror contents.

Share with friends

हे आदिशक्ति जगदम्बे महारानी,तेरी शरण मैं आई कुछ और नहीं संग मैं अँसुवन की धार हूँ लाई करो कृपा है जगजननी, मेरा भी उद्धार करो बीच भँवर में अटकी नैया ,माता रानी बेड़ा पार करो... नेहा शर्मा

वक़्त की रेत पर अपनी पहचान छोड़ जाता है अपनी सीरत से मुसाफिर यादगार बन जाता है क्या लेकर आये थे और क्या लेकर जाना है अपने सुकर्मों से अपनी पहचान बनाना है...

मुद्दतों बाद जो गुजरे तेरी गली से हम मुरझाए हर जख्म जिंदा हो उठे दफन कर दिया था जिन अहसासों को आज भी तेरे महकती खुशबू से खिल उठे नेहा शर्मा

पलट कर देखे जब जिंदगी के पन्ने तो नज़र ये आया दबे पाँव ख़ुशियाँ खिड़की के रास्ते से आती है और दरवाजे को खोल चुपके से निकल जाती है.... नेहा शर्मा


Feed

Library

Write

Notification
Profile