मुझे कहानियां और कविताएं लिखने का शौक है |
Share with friendsबहुत बे रंग थी मेरी ये जिंदगी, तुम मिल गई तो जिंदगी रंगों से भर गई, ठीक वैसे, जैसे बेरंग पानी, किसी रंग से मिलकर, उस रंग का हो जाता है....
वक्त मिले तो ठहर कर देख लेना पीछे.. उन मंजिलों को अब तक तेरे कदमों का इंतजार है.. जिनसे कभी तूने रुख मोड़ लिया था....
गुलाब दिवस मनाने वालों, इस बात का ध्यान रखना, अक्सर गुलाब चाहने वालों के हिस्से मे कांटे आते हैं ....
मुझे मौत से डर नहीं लगता ...... ज़िन्दगी से लगता है ..... क्यूँ कि ....... मौत तो एक बार मारती है .... पर ये ज़िन्दगी तो रोज़ मारती है .....