God is Very Mercyfull
एक दिन तो प्रेम मधु से निकलकर चुपचाप मिट्टी के तेल में बैठा मिला एक दिन तो प्रेम मधु से निकलकर चुपचाप मिट्टी के तेल में बैठा मिला
ओढ़ संध्या की चदरिया, उग रहे हैं अब सवेरे और धुंधले हो रहे हैं कल्पना के चित्र मेरे ओढ़ संध्या की चदरिया, उग रहे हैं अब सवेरे और धुंधले हो रहे हैं कल्पना के चित्...
पल-भर हम-तुम मिल हँस-खेलें, आओ कुछ ले लें औ' दे लें। पल-भर हम-तुम मिल हँस-खेलें, आओ कुछ ले लें औ' दे लें।