बहुत उम्दा ग़ज़ल या कविताएं नहीं लिखता छोटा मोटा पर एक क़लमकार मैं भी हूं मेरे अपने अलग कुछ क़ायदे क़ानून होते हैं बिना बहुमत के जीती इक सरकार मैं भी हूं
Zindagi se bhi kabhi mukalat mukammal ho yun chup chup kar kab tak saath chalenge. @abhishek_shukla