कभी दर्द बताते थे जिनसे
आज छुपाते है उनसे
ज्योति
जरा सा तुम्हें कुछ हो जाता है
मेरी जां निकाल लें जाता है
यह दर्द तेरा कसम से मुझसे नहीं देखा जाता है ♥️
ज्योति
सारे दिन खोऐ रहते हैं हम जिसमें
कुछ तो खास बात है उसमें।
जो है उसमें
वो नहीं है किसी में ♥️