मैं गजेंद्र कुमावत"मारोठिया", वर्ष 2011में राजस्थान विश्वविद्यालय से बी. ए. और वर्ष 2013 में हिंदी विषय से मास्टर ऑफ़ आर्ट्स की शिक्षा प्राप्त की, मैंने वर्ष 2014 में राजस्थान विश्वविद्यालय से बी. एड. की शिक्षा प्राप्त की | मुझे हिंदी और मारवाड़ी भाषा में लिखना और पढना पसंद है| हिंदी विषय का... Read more
Share with friendsउसने कुछ यूं नकार दिया मुझे, मेरे दर्द को आंखें बयां कर गई । अंदाज़ समझ ना सका उसका मैं कि क्यूँ वो बीच रास्ते में बेवफाई कर गई।। प्रेम था गहरा मेरा, झुठला के मेरा प्यार वह अपनी सफाई भी दे गई। ना वकील ना दलील की जरूरत, जज बनकर वो सजा भी दे गई।। ✍ गजेंद्र कुमावत 'मारोठिया'
अब जिम्मेदारियों से बढ़कर जीना नहीं आता पत्थरों से लड़कर पंख काट लिए मैंने !! गजेंद्र कुमावत 'मारोठिया'