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तिरछी नज़रें पूरी रात सोने न दिया जागता रहा वो लम्हात सोने न दिया तुम्हें भूल जाऊँ या रखूँ याद सदा ... तिरछी नज़रें पूरी रात सोने न दिया जागता रहा वो लम्हात सोने न दिया तुम्हें भूल ज...
झुकाया नहीं सिर चाहे क़त्लेआम करा दो बदनामी की साज़िश ज़िंदा नहीं रहती सदा चाहे तहखाने में सबूत सारे ... झुकाया नहीं सिर चाहे क़त्लेआम करा दो बदनामी की साज़िश ज़िंदा नहीं रहती सदा चाहे त...
इस शहर के लोगों की जरा बात अलग है मिलते हैं सब ईद गले पर जात अलग है ईदगाह में इबादत और मंदिर में ह... इस शहर के लोगों की जरा बात अलग है मिलते हैं सब ईद गले पर जात अलग है ईदगाह में ...