मैं क्या हूँ बस एक मुफ़लिस सी शायरा मेरे पास कुछ नहीं मेरे अल्फ़ाज़ के सिवा www.instagram.com/monika_kakodia
Share with friendsमन्दिरों, मस्जिदों, गिरिजाघरों पर आज लग गए ताले भूलकर भेद सारे एकरूप आस्था सबके मन में आ बसी ✍️#mk_monikakakodia
ज़रा एहतियात बरतें जबां से अल्फ़ाज़ों की रिहाई में कि खुल नहीं सकती एक बार कसी हुई गिरह धागों से ✍️Monika_kakodia