वो खामोशियां ही है, जो रास्तों को तहज़ीब सिखाती है। अपना हो या कोई पराया, सबको अपनी मंज़िल दिखाती है । विकास पालवे✍️
वो खामोशियां ही है, जो रास्तों को तहज़ीब सिखाती है। अपना हो या कोई पराया, सबको अपनी मंज़िल दिखाती है । विकास पालवे✍️
वो खामोशियां ही है, जो रास्तों को तहज़ीब सिखाती है। अपना हो या कोई पराया, सबको अपनी मंज़िल दिखाती है । विकास पालवे✍️