Kanchan Pandey Member Badge
Literary Colonel
AUTHOR OF THE YEAR 2019 - NOMINEE

76
Posts
121
Followers
2
Following

I'm Kanchan and I love to read StoryMirror contents.

Share with friends

तन्हा तन्हा मैं रही तन्हा रहा मेरा मन जब एक दूजे से मिले तन्हाई हो गई कम कंचन पाण्डेय

घमंड ज्ञान को बाधित कर देती है और हम अपने पथ से विचलित हो जाते हैं कंचन पाण्डेय

समय से बड़ा कोई गुरु नही होता है क्योंकि प्रत्येक पल एक सीख देकर जाती है। कंचन पाण्डेय

कहते हैं औलाद आईना होते हैं इसलिए सम्भल जाओ यारों क्योंकि जैसा करोगे वैसा देखोगे। कंचन पाण्डेय

रिश्ते को अवसर के रूप में ना लें इसे धैर्य प्रेम विश्वास और सहनशीलता की पानी से सींचें। कंचन पाण्डेय

रिश्ते को अवसर के रूप में ना लें इसे धैर्य प्रेम विश्वास और सहनशीलता की पानी से सींचें। कंचन पाण्डेय

रिश्ते को अवसर के रूप में ना लें इसे धैर्य प्रेम विश्वास और सहनशीलता की पानी से सींचें। कंचन पाण्डेय

घोर निन्द्रा से जागना हीं मुक्ती है। कंचन पाण्डेय

मेरे कब्र पर आंसू मत बहाना,। बहुत सैलाब देखें हैं ज़िन्दगी ने हो सके तो मुस्कुराहटों के दो फूल बिखेर आना तब शायद निजात मिले सफर आखरी में कंचन पाण्डेय


Feed

Library

Write

Notification
Profile