Sushma Goswami
Literary Captain
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मेरा शौक है लिखना है । मैं खुद किताबें पढ़ना और लिखना दोनों पसंद करती हूं

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वाणी मनुष्य के गुण अवगुण वाणी से जाने जा सकते हैं।वाणी मधुर हो तो सब कुछ बस में हो जाता है।अन्यथा सब शत्रु बन जाते हैं। कर्कश वाणी जहर है । धैर्य जीवन के लक्ष्य के द्वार खोल देता है। जिसमें विश्वास वो शक्ति है जो उजड़े हुई दुनिया को फिर से रोशन कर सकती है । जिसका जिसका आकाश में उड़ने का मन हो रेगने के लिए कभी सहमत नहीं होगा इस नीति को अनुसरण करने वाला सुनता सबकी है पर करता अपने मन की है।

वाणी मनुष्य के गुण अवगुण वाणी से जाने जा सकते हैं।वाणी मधुर हो तो सब कुछ बस में हो जाता है।अन्यथा सब शत्रु बन जाते हैं। कर्कश वाणी जहर है । धैर्य जीवन के लक्ष्य के द्वार खोल देता है। जिसमें विश्वास वो शक्ति है जो उजड़े हुई दुनिया को फिर से रोशन कर सकती है । जिसका जिसका आकाश में उड़ने का मन हो रेगने के लिए कभी सहमत नहीं होगा इस नीति को अनुसरण करने वाला सुनता सबकी है पर करता अपने मन की है।

वाणी मनुष्य के गुण अवगुण वाणी से जाने जा सकते हैं।वाणी मधुर हो तो सब कुछ बस में हो जाता है।अन्यथा सब शत्रु बन जाते हैं। कर्कश वाणी जहर है । धैर्य जीवन के लक्ष्य के द्वार खोल देता है। जिसमें विश्वास वो शक्ति है जो उजड़े हुई दुनिया को फिर से रोशन कर सकती है । जिसका जिसका आकाश में उड़ने का मन हो रेगने के लिए कभी सहमत नहीं होगा इस नीति को अनुसरण करने वाला सुनता सबकी है पर करता अपने मन की है।


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