चार डग हमने भरे तो क्या किया। है पड़ा मैदान कोसों का अभी।। Hindi Writer , Poet , Teacher
Share with friendsउम्र की हर सीमा से परे जात पात के बंधन से मुक्त सब रिश्तों से अलग हर रिश्ते में बसा सबका चहेता वह रिश्ता है "दोस्ती"
बुद्धिमान का अर्थ बुद्धि का होना नहीं है, अपितु बुद्धि का सही ढंग से सही परिस्थितियों में प्रयोग करने वाला ही बुद्धिमान कहलाता है।
ज्ञान हो तो पूरा हो नहीं तो फिर अज्ञान ही अच्छा है क्योंकि आधा अधूरा ज्ञान, ज्ञान ना होने की अपेक्षा अधिक खतरनाक होता है।
प्रेम इस संसार की सबसे बड़ी शक्ति है जिसकी सहायता से न सिर्फ इंसान को अपितु ईश्वर को भी अपने वश में किया जा सकता है।