चार डग हमने भरे तो क्या किया। है पड़ा मैदान कोसों का अभी।। Hindi Writer , Poet , Teacher
विदा हुए 4 साल बीत गए पर फिर भी लग रहा है जैसे पहली बार विदा हो रही हूं । विदा हुए 4 साल बीत गए पर फिर भी लग रहा है जैसे पहली बार विदा हो रही हूं ।
लड़के के लिए लड़कियों को कोख में मार देने वाले निर्दयी पीढ़ी के बच्चे बड़े होकर अब लड़की होने की दुआ... लड़के के लिए लड़कियों को कोख में मार देने वाले निर्दयी पीढ़ी के बच्चे बड़े होकर ...
अभी तक भी पूरा क्यों नहीं कर पाए ? यह बात हमें ही सोचनी है। अभी तक भी पूरा क्यों नहीं कर पाए ? यह बात हमें ही सोचनी है।
सोनिया के लाख समझाने के बाद भी सौरभ स्मोकिंग की लत को छोड़ नहीं पाता सोनिया के लाख समझाने के बाद भी सौरभ स्मोकिंग की लत को छोड़ नहीं पाता
हराम की खाने वालों की और उसका मन क्यों ललचाएगा ? हराम की खाने वालों की और उसका मन क्यों ललचाएगा ?
मैं भी आज मेरे परिवार के सदस्यों को खो चुकी होती। मैं भी आज मेरे परिवार के सदस्यों को खो चुकी होती।
, मैं सोच रहा हूं कल से ही सुबह जल्दी उठकर दौड़ लगाना शुरू कर दूं और वजन उठाने का प्रयास घर पर ही शु... , मैं सोच रहा हूं कल से ही सुबह जल्दी उठकर दौड़ लगाना शुरू कर दूं और वजन उठाने क...
विनय गाड़ी स्टार्ट करता है पर गाड़ी स्टार्ट नहीं होती। बहुत कोशिश करने के बाद भी गाड़ी स्टार्ट नहीं ... विनय गाड़ी स्टार्ट करता है पर गाड़ी स्टार्ट नहीं होती। बहुत कोशिश करने के बाद भी...
निशा की शादी हो जाती है और देखते ही देखते उसकी शादी को 5 साल बीत जाते हैं । पर उसे कोई संतान नहीं हो... निशा की शादी हो जाती है और देखते ही देखते उसकी शादी को 5 साल बीत जाते हैं । पर उ...
तुम्हें तो हर वक्त पैसे की ही सूझती रहती है। तनख्वाह क्यों नहीं मिलेगी भला ! तुम्हें तो हर वक्त पैसे की ही सूझती रहती है। तनख्वाह क्यों नहीं मिलेगी भला !