रेणु इन्फोसिस लिमिटेड में टेक्नोलॉजी एनालिस्ट के रूप में काम करती है| वह एक डेवलपर होने के साथ-साथ प्रशिक्षित नर्तकी और स्केच कलाकार भी हैं | उन्होंने पिछले कुछ वर्ष कविता पढ़ने और लिखने में बिताए है | उनकी अधिकांश कविताएँ वास्तविक जीवन की घटनाओं से प्रेरित हैं| वह शायरी/कविता प्रतियोगिताओं और... Read more
Share with friendsवो बाँसुरी बजाता है और में उस धुन की दीवानी हु। वो जग को बाँसुरी सुनाता है में उस भीड़ में खड़ी सुनती हु। तारीफ तो सब करते हौ उसकी में उस तारीफ के पीछे की मुस्कान बनती हु। कास में बता पाती उसे की मोहन की बाँसुरी सुन कर में रोज़ उसकी राधा बनती हु ।
जैसे में अपने जज़बातों को इन पन्नो में लिखती हु, खास तुझे भी में इस तरह अपनी किस्मत में लिख पाती। अपनी इस अधुरी सी ज़िन्दगी को पुरी करने के लिए, कास में तुझे अपनी मोहब्बत समझा पाती।
Don't let your problems overpower your courage. Let your problems know how big your courage is to conquer them #IforIndia