"कुछ यूं ही सीखा है जीने का सलिखा,खंजरों ने हसना सीखा दिया मंज़रो ने लिखना"
"कुछ अजीब सा लगता है खुदा तेरा ये जान लेने का तरीका,मौत तो मुकर्रर है पर किश्तों में"