एक पग मग में तुम भी रखो
और एक पग मग में मैं भी रखूं
तुम विस्मृत कर दो
कटु वचन और मैं विस्मृत कर दूं बहुवचन।
एक पग मग में तुम भी रखो
और एक पग मग में मैं भी रखूं
तुम विस्मृत कर दो
कटु वचन और मैं विस्मृत कर दूं बहुवचन।
अहंकार नाश का कारण है,जबकि विनम्रता कल्याण का मार्ग खोलती है।
समय पर चूक जाना
सबसे बड़ी हानि है।
संतोष ही आनंद का मूल है, व्यक्ति और परिस्थितियों बदलती रहती हैं।
अहंकार नाश का कारण है,जबकि विनम्रता कल्याण का मार्ग खोलती है।
समय पर चूक जाना
सबसे बड़ी हानि है।
आचार और विचार से शून्य उपासना आदमी को जड़ बना देती है।
ए जिंदगी कुछ याद रहा कुछ भूल गए रिश्तो को जोड़ते जोड़ते खुद ही टूट गए कुछ याद रखा कुछ भुला दिया ए जिंदगी
तुझे मिलते मिलते हम खुद ही खुद से बिछड़ गए।