प्रेम ही एक ऐसी शक्ति है जिससे हम कुछ भी पा सकते है।
यह प्रेम नहीं है ये जाल है, यह मन, मस्तिष्क की चाल है! यह प्रेम नहीं है ये जाल है, यह मन, मस्तिष्क की चाल है!