Sunita Mishra
Literary Colonel
120
Posts
212
Followers
1
Following

Writing

Share with friends

सुनीता मिश्रा जिन्दगी हमसे है हर पल का स्वागत करे सुनीता मिश्रा

जिक्र तेरा जब होता है फिक्र मुझे यूँ होती है दाग लगे न उस चादर पर तूने जो ओढ़ी है।।

मेरी कल्पनाएँ,बादल बन उड़ती है आसमान मे तुम छू सको उन्हे तो छू लो। सुनीता मिश्रा

सुनीता मिश्रा जिक्र तेरा जब होता है फिक्र मुझे ये होती होती है दाग लगे न उस चादर पर जो तूने ओढ़ी है। सुनीता मिश्रा

मै भाया उसको,वो भी मुझको भली लगी बस एक यही बात ,दुनियाँ वालो को बुरी लगी। सुनीता मिश्रा


Feed

Library

Write

Notification
Profile