नींद नहीं आ रही टूटा एक सपना है एक भ्रम टूटा है आज की तू अपना है एक भरोसा टूटा है की अब किसी पर भरोसा नहीं होएगा आज समझ आया की गैर गैर ही रहेगा कभी अपना नहीं होएगा
नींद नहीं आ रही टूटा एक सपना है एक भ्रम टूटा है आज की तू अपना है एक भरोसा टूटा है की अब किसी पर भरोसा नहीं होएगा आज समझ आया की गैर गैर ही रहेगा कभी अपना नहीं होएगा
हर सवाल का ज़वाब क्यूं ढूंढना कुछ सवालों को सवाल हि रहने दो क्यूंकि कुछ सवालों के जवाब अंदर से तोड़ कर रख देते हैं।