अक्सर रात में वही लोग जागते हैं जिनकी ख्वाहिशें अधूरी होती है और उन्हें पूरा करने का उनके पास कोई रास्ता भी नहीं होता
जिसका जहां तक मतलब बन सका उसने हमें वहां तक साथ रखा , और फिर रख दिया तो ऐसे रख दिया , जैसे एक दिन का चूल्हा जलाने के लिए किसी ने ज़रूरत से ज्यादा लकड़ियां कांट ली हो ..