मैं अनुपमा वेद त्रिपाठी सूरत से हूं। मैं behavior analysis के क्षेत्र में कार्यरत हूं और विशेषतः आटिज्म से प्रभावित बच्चों के मानसिक एवं सामाजिक विकास के लिए काम करती हूं। इस मंच पर मेरे होने की वज़ह हिंदी में मेरी विशेष रूचि का होना है।
खाने को कुछ नहीं तो ग़म खा रहे हैं कभी इश्क़ का दरिया हमारे भी घर से गुज़रता था। Anoopama Ved