My pen name is Rajiv Jiya kumar.I am a farmer and a teacher as well.I have been serving Hindi literature using my Hindi poems, quotes and shayaris as a very small सेवक. some of my compositions have been published through renowned journals in our country. poems of mine must touch your soul, I... Read more
Share with friendsआप चाहत,आप राहत आप हसरत,हर लालसा आप, बस चुप से हो मग्न सजन सुनो न कहता है जो मेरा मन आप हो तो आँगन में मन्नत आप हो तो आँगन में जन्नत। ✍️राजीव जिया कुमार सासाराम,रोहतास,बिहार।
एक तारा हिस्से का टूटा ऐसा जहान में छाया अँधेरा कैसा देखा अब तक मैंने न वैसा, यह कैसी मर्जी ईश की है जो छीन छीन खुश होता है क्या रोने पर हम सब के गढा तो उसी ने वह क्यूँ कभी नही रोता है।। 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
One more day towards my own grave, so fascinated, charmly carved, the day preach to ignore each scarce aloofing fear, blesses quoting "Happy Birthday O'my dear. जिन्दगी सलाम तुझे। 💕R.J.kumar. Sasaram.
Respected Sir, Please Accept my best wishes for a happy, healthy and prosperous New year 💖. I pray that the Almighty bestow you and your loved ones smile with prosperity. 🙏warm regards, 🌟R.J.Kumar, Sasaram.
👊जीत उसी की होती है जो मित कर्म का का होता है हार जाने की बात कहाँ कब जब मर्ज पनव बन जाता है।। ⚘रा.जि.कुमार।
चल चल रे मन उङ चले उस घरौंदें की ओर सोच बस एक तुझे जहाँ मन पोछता अपने नयनों का कोर।। ❣रा.जि.कुमार, सासाराम।
💕इश्क की बात जब चली रब मैने तुम्हें कहा सब अपना तुम्हें हीं कहा सच जानां रस जीवन में घोलती तुम हो मिश्री की ईक डली।। ⚘रा.जि.कुमार सासाराम।