Rajiv Jiya Kumar
Literary Brigadier
AUTHOR OF THE YEAR 2020,2021 - NOMINEE

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My pen name is Rajiv Jiya kumar.I am a farmer and a teacher as well.I have been serving Hindi literature using my Hindi poems, quotes and shayaris as a very small सेवक. some of my compositions have been published through renowned journals in our country. poems of mine must touch your soul, I... Read more

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आप चाहत,आप राहत आप हसरत,हर लालसा आप, बस चुप से हो मग्न सजन सुनो न कहता है जो मेरा मन आप हो तो आँगन में मन्नत आप हो तो आँगन में जन्नत। ✍️राजीव जिया कुमार सासाराम,रोहतास,बिहार।

एक तारा हिस्से का टूटा ऐसा जहान में छाया अँधेरा कैसा देखा अब तक मैंने न वैसा, यह कैसी मर्जी ईश की है जो छीन छीन खुश होता है क्या रोने पर हम सब के गढा तो उसी ने वह क्यूँ कभी नही रोता है।। 🙏🙏🙏🙏🙏🙏

One more day towards my own grave, so fascinated, charmly carved, the day preach to ignore each scarce aloofing fear, blesses quoting "Happy Birthday O'my dear. जिन्दगी सलाम तुझे। 💕R.J.kumar. Sasaram.

Respected Sir, Please Accept my best wishes for a happy, healthy and prosperous New year 💖. I pray that the Almighty bestow you and your loved ones smile with prosperity. 🙏warm regards, 🌟R.J.Kumar, Sasaram.

👊जीत उसी की होती है जो मित कर्म का का होता है हार जाने की बात कहाँ कब जब मर्ज पनव बन जाता है।। ⚘रा.जि.कुमार।

चल चल रे मन उङ चले उस घरौंदें की ओर सोच बस एक तुझे जहाँ मन पोछता अपने नयनों का कोर।। ❣रा.जि.कुमार, सासाराम।

💕इश्क की बात जब चली रब मैने तुम्हें कहा सब अपना तुम्हें हीं कहा सच जानां रस जीवन में घोलती तुम हो मिश्री की ईक डली।। ⚘रा.जि.कुमार सासाराम।

⚘तुम वह गजल हो सजन जिसे गुनगुना कर जां आशना हुआ जाता है।। ❣रा.जि.कुमार, सासाराम।

💅सजन दमक तेरे चेहरे की सजीले चाँद की मानिंद सजी सी दिखती है,⚘ चकोर सा निहारता रहूँ बस तुझे हसरत आँखों में जानम एक यही तो सजती है।⚘ 🌿रा.जि.कुमार, सासाराम। 💕💕💕💕💕💕💕💕💕


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