I'm Anurag and I love to read StoryMirror contents.
बहुत सरल है किसने कितना दर्द सहा, जिसकी जितनी आँख हँसे है, उतनी पीर पुरानी है. बहुत सरल है किसने कितना दर्द सहा, जिसकी जितनी आँख हँसे है, उतनी पीर पुरानी ह...
मुस्कुराए भी, पुरानी किसी पहचान की ख़ातिर मुस्कुराए भी, पुरानी किसी पहचान की ख़ातिर