I m saloni sethiya and I m a pharmacist and lacturer of Pharma subjects... I like to write inspirational poems and I want to give message by every poem that is written by me
कभी झगड़ना कभी मनाना पल भर में संग मुस्कुराना। कभी झगड़ना कभी मनाना पल भर में संग मुस्कुराना।
पर कोई है जो किसी की झूठी शान के लिए अपनी पहचान गँवा रही है। पर कोई है जो किसी की झूठी शान के लिए अपनी पहचान गँवा रही है।
शायद प्रकोप ही है यह प्रकृति का। शायद प्रकोप ही है यह प्रकृति का।
आसानी से सोचे हुए सपने को निरंतर प्रयासों से जितना सीखो आसानी से सोचे हुए सपने को निरंतर प्रयासों से जितना सीखो
तुम्हारी मुस्कुराहट ने फिर कहा चलो तुम कदम से कदम मिलाकर तुम्हारी मुस्कुराहट ने फिर कहा चलो तुम कदम से कदम मिलाकर
तुम्हारे ऋण को चुका पाउं इस काबिल नहीं ये शीश सदा ही तुम्हारे चरणों में झुकता रहेगा। तुम्हारे ऋण को चुका पाउं इस काबिल नहीं ये शीश सदा ही तुम्हारे चरणों में झुकता...
गुजरती हूं कभी उन रास्तों से अहसास यही होता है कोई इंसान दाने-दाने का मोहताज हो रहा है गुजरती हूं कभी उन रास्तों से अहसास यही होता है कोई इंसान दाने-दाने का मोहताज ...
उसका दिल किसी और के लिए बेकरार है आज भी मेरे दिल में उसकी याद बरकरार है। उसका दिल किसी और के लिए बेकरार है आज भी मेरे दिल में उसकी याद बरकरार है।
उस महापुरुष का एक ही सिद्धांत बुरा न देखो बुरा न बोलो बुरा न सुनो। उस महापुरुष का एक ही सिद्धांत बुरा न देखो बुरा न बोलो बुरा न सुनो।
प्राकृतिक सौंदर्य खत्म हो रहा है क्यूँकि ध्वनि प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। प्राकृतिक सौंदर्य खत्म हो रहा है क्यूँकि ध्वनि प्रदूषण बढ़ता जा रहा है।