मैं शेख रहमत अली "बस्तवी" एक साधारण परिवार का सदस्य और ग्राम इन्दौली पोस्ट अमारी बाज़ार जिला बस्ती उत्तर प्रदेश का मूल निवासी हूँ, घर की स्थिति ठीक न होने की वजह से मेरी पढ़ाई मैट्रिक तक ही हो पाई है। मुझे बचपन से ही शायरी, कहानी, गीत, ग़ज़ल, लघुकथा, संस्मरण, पढ़ने व लिखने का शौक है, मैं अपनी... Read more
मैं शेख रहमत अली "बस्तवी" एक साधारण परिवार का सदस्य और ग्राम इन्दौली पोस्ट अमारी बाज़ार जिला बस्ती उत्तर प्रदेश का मूल निवासी हूँ, घर की स्थिति ठीक न होने की वजह से मेरी पढ़ाई मैट्रिक तक ही हो पाई है। मुझे बचपन से ही शायरी, कहानी, गीत, ग़ज़ल, लघुकथा, संस्मरण, पढ़ने व लिखने का शौक है, मैं अपनी कविताओं के मध्यम से रिश्ते, खुशियाँ, दुःख, व्यथा, तथा संसार के बीच एक सामंजस्य स्थापित करने की कोशिश करता हूँ।
मुझे अपनी क़लम से बड़ा ही प्रेम है, और अबतक 75 से भी अधिक पुस्तकों में बतौर सह लेखक रह चुका हूँ, तथा मेरी एकल पुस्तक "सफ़र ऐ ज़िंदगी" और आज़ाद परिंदा जो गूगल, Amazon पर उपलब्ध है। Read less