मेरा नाम ब्रजेश he.
अब बारी मेरी है कि फिर से थाम लूँ मैं वो उंगली तुम्हारी… अब बारी मेरी है कि फिर से थाम लूँ मैं वो उंगली तुम्हारी…
तेरे हुस्न की गिरफ्त में कैद हो जाने की तेरी महकती सांसों में खो जाने की कुदरत का इशारा कुछ और था ... तेरे हुस्न की गिरफ्त में कैद हो जाने की तेरी महकती सांसों में खो जाने की कुदरत...