शब्दों को भावबद्ध करने की कोशिश करता हूँ ।
पूरब, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण, यही हैं जिनके चार धाम, ऐसे अजेय सैनिकों को, मेरा सलाम-मेरा सलाम। पूरब, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण, यही हैं जिनके चार धाम, ऐसे अजेय सैनिकों को, मे...
विष को भी बना दे जो, अमृत का प्याला है, धूप में जो छाँव लाये, वो मेघमाला है । इस अनूठे प्यार के कि... विष को भी बना दे जो, अमृत का प्याला है, धूप में जो छाँव लाये, वो मेघमाला है । ...