Here is the list of Nominated Writers for this week in Marathi Language: https://awards.storymirror.com/author-of-the-week/marathi/nominees/ Please do vote https://www.facebook.com/profile.php?id=100003150007888 https://dipaalisdiary.blogspot.in/
Share with friendsरात्रीच आभाळ रात्रीचा चंद्र रात्रीच चांदणं एकच तेच तेच आहे , मग जन्म एकदाच श्वास एकदाच आयुष्य जीवन जगणं एकदाच सोपही नाहीये कठीण मात्र नक्कीच आहे. ©दिपाली प्रल्हाद
जब बात नही होती , अगर तभी कुछ बात बनती है , तो सच है की जब बात नही होती , तब जरूर कोई बात होती है , निकलती हु हजार ख्वाईशे साथ लेके , आसु बनके पिघलती है ख्वाईशे , जब बात नही होती. अक्सर पुरे आइने में देखा है, मैने खुद को टुकडों मे बिखरे हुऐ , ©दिपाली प्रल्हाद
दिल नही लग रहा अब , सिमट के आयी है यादे बेहीसाब, थाम रखा है यादो ने दामन आज भी , पलके भी हलकी नही रही , भीगने का बोझ ऊठा रही है आज भी , ईश्क था या सच में फरेब , या खेल था नजरों का सोच रहे है आज भी. ©दिपाली प्रल्हाद
लिख देती हु जो दिल में आता है , कई दफा ऐहसास को भी लिखा है, पर लफ्जों मे बया कर सकु ऐहमियत तेरी इतनी काबील अब तक ना बनी मै. ©दिपाली प्रल्हाद