नफ़रतऔर प्रेम मेंअंतर!!
नफरत करते उसमेंअच्छाई नज़र नाआती।
प्यार करते उसमें बुराई नज़र ना आती।।
जलने वाले जलते रहे अपने हाल में मस्त रहें जो भी मन कर्म वचन से उद्धरण लिख रहे हो वास्तव वैसे ही लिखते रहें।।
श्री जम्भेश्वर जन्माष्टमी कि हार्दिक शुभकामनाएं।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कि हार्दिक शुभकामनाएं।।
अपनो से भिड़ेंगे लड़ेंगे
तो दूसरे मैदान मार ले जायेंगे
पारिवारिक जीवन में सुखद स्थिति का मुलमंत्रआपसी सहमति बना के रखिएगा।।
मानवता सर्वोपरि हैं
धर्म कर्म दान पुण्य
यहआपकी मजबूरी
फ़िर भी इंसानियत।।
नेकी कर दरिया में डाल
एहसान ना जता
पर मददगार बन।।
नेकी कर दरिया में डाल
एहसान ना जता
मददगार बन।।
आप सिर्फअच्छे तब तक हैं जब तकआप द्वारा काम बनेंगा उल्लू सीधा होगा जैसे ही मतलब निकलाआपको पहचानेंगे ना ऐसे बहूतेरे दुनियां मेंआप मतलबी यार।।
शब्द व्यंग्य तंज़ मर्म जो समझे एक लफ्ज़ में व्याख्या सार
एक लफ्ज़ में पुरी कहानी बंया उसे कहते हैं व्यंग्यकार।।