मैंने कहा "इस सिरदर्द का कुछ इलाज बताओ"
उसने कहा "अरे सुनो! इसे कोई चाय पिलाओ"
- लाचार
एक अनकहा समजोता है हमारे बीच में
कि इज़हार-ए-इश्क़ न होगा
फिर भी इश्क़ होगा
- लाचार
एक अनकहा समजोता है हमारे बीच में
कि इज़हार-ए-इश्क़ न होगा
फिर भी इश्क़ होगा
- लाचार
फितरत अपनी कुछ यूँ बदलते है लोग,
सूरज निकलते ही दीप बुझा देते है लोग
फितरत अपनी कुछ यूँ बदलते है लोग,
सूरज निकलते ही दीप बुझा देते है लोग
जिसको जितनी जरूरत थी उसने उतना जला दिया....
आखिर दिप ही तो था ।
जिसको जितनी जरूरत थी उसने उतना जला दिया....
आखिर दिप ही तो था ।
फैल गया इतनी तेज़ी से मगर,
इश्क़ का कोई मर्ज़ ना मिला ।
- लाचार
फैल गया इतनी तेज़ी से मगर,
इश्क़ का कोई मर्ज़ ना मिला ।
- लाचार