I'm Hitesh and I love to read StoryMirror contents.
Share with friendsव्यव्हार अच्छा नहीं होता लोगों का रिवाज सारे करते हैं पैसे जेब में नहीं होते लोगों के दिखावा पूरा करते हैं
आजकल के बालकों का ज्ञान सिर्फ मोबाइल और नेट तक सीमित है नाना नानी दादा दादी को तो बच्चे भूल गए हैं उनके साथ बैठना उनके लिये समय का व्यर्थ होना हो गया है आजकल के बच्चों का मनोविज्ञान बदल गया है
आजकल के बालकों का ज्ञान सिर्फ मोबाइल और नेट तक सीमित है नाना नानी दादा दादी को तो बच्चे भूल गए हैं उनके साथ बैठना उनके लिये समय का व्यर्थ होना हो गया है आजकल के बच्चों का मनोविज्ञान बदल गया है
मैनें उससे प्यार कर अपने आप को लुटा दिया किसी और के खिलौने को अपना बनाकर आ बैल मुझे मार का टैग लगवा दिया
तेरे इन्तजार में बेठे ऐसे जैसे बीती रात कमलदाल फूल तू गुजर गयी पास मेरे ऐसे जैसे हवा की लहर आके चल बसे
जो निस्वार्थ से हमारा साथ देते है वो सच्चे दोस्त होते है जो लडाई होने पर भी गले से लगा लेते हैं वो पक्के दोस्त होते हैं लोग कहते हैं कि एक और एक दो होते हैं लेकिन जब मैं और मेरे दोस्त मिलते हैं तो जुड़ कर एक और एक ग्यारह होते हैं
मैनें मेरे जज्बात को एक पत्र पर लिखा इश्क़ की परिभाषा को पत्र पर लिखा मैनें पत्र जो लिखा भेजा तक नहीं और मैं अब पहले जैसा अब उसे चाहता भी नहीं