शिक्षा ही है वह सशक्त हथियार ,जिससे करता मानव भवसागर पार
शिक्षा ही है वह सशक्त हथियार ,जिससे करता मानव भवसागर पार
जीवन बदलाव में है ठहराव में नही।
जिन्दगी में हादसों ने इतना शोर किया है कि खुशी की आहट से भी मन डर जाता है।
जीवन बहुत है अनमोल,कठिन है सफर
मुश्किलों से लड़ो,आसान हो जाएगा ये सफर
इस जीवन की यात्रा का अंतिम पड़ाव मृत्यु ही है।
इसीलिए जब तक जीवन है , आनंद लें।
अपने लक्ष्य की पतंग को ऊंचाई तक ले जाए,किंतु अपने लक्ष्य प्राप्ति हेतु किसी और की पतंग ना काटे।
मकर सक्रांति की हार्दिक शुभकामनाए
सुनिता उपाध्याय
मन कह रहा आज मेरा
यादों में उनकी वक्त है ठहरा
छूकर देखने को चाहे दिल मेरा
लेकिन उनका तो है मेरी यादों में बसेरा
माँ तेरी महिमा है अपरम्पार
तुझको नमन मेरा बारम्बार
नही मांगती तू धन और दौलत
मुझे हर खुशी मिले बस यही है तेरी हसरत