भारतीयों की चाय की प्याली है न्यारी दिल से दिल तक का सफर तय करती ये दिल्ली वाली चारो ओर चर्चे होते चटपटी चमकदार के आओ अनगिनत लाभ गिने इस अद्भुत अभिप्राय के
भारतीयों की चाय की प्याली है न्यारी दिल से दिल तक का सफर तय करती ये दिल्ली वाली चारो ओर चर्चे होते चटपटी चमकदार के आओ अनगिनत लाभ गिने इस अद्भुत अभिप्राय के
तेरी सोच से परे है, ये स्तंभ जो खड़े है, करता जा तू कर्म बस, साथ मुरलीधर खड़े है। जब जब ङगमगाएगा तू सहारा मिलेगा तुझे कृष्ण कन्हैया का नोका तेरी होगी पार गीता का भी ये ही सार।
जब बैठे कृष्ण- कन्हैया, हाथ में ले अपनी मुरली, दौड़ी -दौड़ी सखियां आई, सुन मुरली की धुन सुरीली। एक कहती गोपाला मेरा, दूजी ने माना प्रियतम है, अनन्य प्रेम देख मुरलीधर के लिए, प्रसन्नचित हुआ यमुना मैया का तीरा है।
राम नाम रट ले रे बंदे और राम जानकी के गुण गाए जा प्रेम की इस खूबसूरत बगिया को तू जीवन भर सजाये जा गुलदस्ता बना फूलों का बांटता चल गली-गली राम नाम के मोती जोड़कर माला हर गले में पहनाए जा
मन निर्मल सा भोली सी मुस्कान है मोहने की काबिलियत जिनमे सबको इनसे प्यार है भगवान के फरिश्ते जो आज उन्हीं लाडलों का दिन है
मन निर्मल सा भोली सी मुस्कान है मोहने की काबिलियत जिनमे सबको इनसे प्यार है भगवान के फरिश्ते जो आज उन्हीं लाडलों का दिन है