कष्ट तो होता है इनको भी मन तो दुखी होता है इन का भी पर धैर्य और साहस है इतना भरा की लड़के रोते नहीं अपने दुख को चुपचाप सह लेते हैं ।
कभी-कभी इंसान वक्त और हालात का भी कठपुतली होता है। वक्त और हालात जैसा भी हो उसी के अनुसार चलना पड़ता है।
छोड़कर बाबुल का घर पिया तेरे घर आई हूँ । तेरी जीवन की डोर से बंधकर मैं तेरी कहलाई हूँ । फिर भी क्यों मैं पराई हूँ