आना-जाना खेल है पुराना बदलती रहेगा जमाना, पाना खोना सपनों में जीना रोते रोते हस के चलना ।। बड़ा विचित्र है ये कहानी ना कोई राजा ना कोई रानी, दो पल की है ये जिंदगानी काहे को तू करे मनमानी ।। 🌹प्रियव्रत🌹
रिश्ते की डोर शायद इतनी पक्की नहीं थी, हवा के झोंकों से टूट गया !! इरादे इतने नेक नहीं थे, चिंगारी के आग से राख हो गया !! आत्महत्या कायरता की निशानी है, जो जंग से पहले मैदान छोड़ गया !! Rinku 💕 Priya
କିଏ ଶୁଣିବ ଏଠି କାହା କଥା ସଭିଙ୍କର ଘୁରୁ ଥାଏ ମଥା, ମନ ପ୍ରାଙ୍ଗଣେ ଭରା ଥାଏ ବ୍ୟଥା, ନିଜ ଦୁଃଖ କହିବାଟି ବୃଥା ।। 💖ପ୍ରିୟବ୍ରତ💕
किस बात की घमंड है तेरी छूटेगी यह सांसे, समय की चक्की से सारे अच्छे बुरे पीसे ।। जीवन के संघर्ष में कोई ना जीत पाएगा, जो था तेरा आज वह, कल और किसी का होगा ।। रिंकू 💕 प्रिय
କେବେ ଶୁଣିଛ କି ସର୍ପ ଦଂଶନେ ଚନ୍ଦନ ହାରିଛି ଗୁଣ, କେବେ ଦେଖିଛ କି ବସନ୍ତ ପ୍ରବେଶେ ଉଜୁଡିଛି ଏଠି ବଣ ।। କ୍ଷଣ କୁ କ୍ଷଣ ଯେ ବଦଳାଏ ରୂପ ଜଗତରେ କେହି ନାହିଁ, ତୁମେ ଦେଖିଥିବ ବଦଳେ ମଣିଷ କାମନାର ପୂର୍ତ୍ତି ପାଇଁ ।। Rinku 💕 Priya
ସବୁ ଅଙ୍ଗ ପ୍ରତ୍ୟଙ୍ଗ ହୁଅନ୍ତୁ ଅକର୍ମଣ୍ୟ ଯେବେ ରହିବ ପେଟରେ ଭୋକ, ହୁଅଇ ବୁଦ୍ଧିହୀନ ସର୍ବ ପ୍ରାଣୀ ଜଗତ ଚତୁର୍ଦିଗେ ଖେଳଇ ଶୋକ ।।
वस्तुवादी दुनिया में आज भावना की कोई जगह नहीं, मुर्दों की शहर में मानवता की नाव क्या मिलेगा कहीं? (रिंकू 💕 प्रिय)