में एक लेखक कवि शायर हूँ। कुछ सीखा है बहुत कुछ सीखना बाकी है।
घर पहुँचकर उसने रोज़ की तरह अपनी डायरी में अपने दिन के बारे में लिखा। घर पहुँचकर उसने रोज़ की तरह अपनी डायरी में अपने दिन के बारे में लिखा।