स्वार्थी मनुष्य आपको तभी तक सम्मान देता है जब तक उसको आपमें स्वार्थ नजर आता है। अतः पारखी बनिये। क्योंकि ऎसे मनुष्य कभी दीमक की तरह आपको धीरे-धीरे खोखला करते हैं और कभी आपकी पीठ पर वार भी कर सकते हैं। रश्मि रावत
प्रकृति सौंदर्य से लबालब, रहस्यों से भरपूर, अन्नपूर्णा सी दयालु, महाकाली सी विकराल, ज्ञान और विज्ञान से परे। रश्मि रावत
प्रकृति, सौंदर्य से लबालब, रहस्यों से भरपूर, अन्नपूर्णा सी दयालु, महाकाली सी विकराल,ज्ञान और विज्ञान से परे। रश्मि रावत
बढती आबादी और शहरीकरण ने वन्यजीवन को संकटग्रस्त कर दिया है और प्राकृतिक संतुलन भी बिगाड़ा है। रश्मि रावत
बढती आबादी और शहरीकरण ने वन्यजीवन को संकटग्रस्त कर दिया है और प्राकृतिक संतुलन भी बिगाड़ा है। रश्मि रावत
माता-पिता की शुभकामनाएं ईश्वर के आशीष के समान हैं। उनके ह्रदय से शुभकामनाओं का अनन्त भंडार कभी रिक्त नहीं होता। रश्मि रावत