I'm anjali and I love to read StoryMirror contents.
ले वक़्त का सहारा, भर उम्मीदों का पिटाहरा; लो चल पड़े हम पाने वो आजादी का किनारा!
इस वक्त को जी भर के जी लो, क्या पता कल ये वक्त हो ना हो; मन में जो है उसे खुलकर कह दो, क्या पता कल वो लफ़्ज हो ना हो|
"सुबह का उजाला कुछ ऐसा तुझमें समाए, के तू जहां जाए उस उजाले को बिखराए, और सबकी जिंदगी खुशियों की रोशनी से भर जाए| "सुप्रभात
वक़्त से कभी डरना नहीं उसके साथ बहते जाना है; राहों में कभी रुकना नहीं बस चलते ही जाना है, बस आगे बढ़ते ही जाना है!!