manish shukla
Literary Colonel
AUTHOR OF THE YEAR 2021 - NOMINEE

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I am writer, poet And journalist.. Creative Young Minds think about me

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रात जब बेशुमार होती है, अंधेरे से लड़ने की आस होती है... भोर की तब दरकार होती है, एक नई शुरुआत होती है... @ मनीष शुक्ल

हवाएं दुरुस्त हुई ही थी कि ... उनमें नफरत का जहर घुल गया, कॅरोना का कहर कम था जो.. इंसानियत का लबादा उड़ गया... @ मनीष शुक्ल

परिवार होता है अपनों का आधार, समाज का पहला द्वार, आओ मिलकर परिवार बनाएं, राष्ट्र निर्माण की ईंट लगाएं

जीवन में सीखते हैं, आगे बढ़ते हैं, जो सिखाये, वो ही गुरु कहलाए... ... मनीष शुक्ल

जहां है दुलार, वहाँ है परिवार.... .... मनीष शुक्ल

जो है जनता की भावनाओं का वाहक, वो ही है सच्चा राष्ट्रीय नायक...

इन शांत गहराइयों में एक हलचल सी है, जो मेरे दिल में रह- रहकर उठती है... .... मनीष शुक्ल

हर हार गले का ताज होती है रुक गए तो माला तार- तार होती है... झुक गए तो जीत का पैगाम होती है... मनीष शुक्ल

वक्त के साथ बदल जाती है, रिश्ते- नाते, प्यार और मोहब्बत की फितरत... दोस्तों का साथ, हर उम्र में यूं ही बना रहता है... मनीष शुक्ल


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