STORYMIRROR




00:00
00:00

मैं कल भी....

मैं कल भी. मैं कल भी खुद को समझाती थी....
Enjoy more

ठहर गया....
यूं गुज़रा मेरा लम्हा .....
इतना भी क्या....
इतना भी क्या दिल लगाना यार, कि अब तुम्हारा दिल ही
वो नशा....
वो नशा वो दर्द छलकता जाम उठा लाए....
यकीन....
मसला ये नहीं हैं....
हालात....
कोई हालात नहीं समझता....
जिंदगी....
जिंदगी एक सफर है सुहाना....
मैं कल भी....
मैं कल भी खुद को समझाती थी....
क्या मेरी मुस्कान....
क्या मेरी मुस्कान के पीछे, तुम्हें तन्हाई नज़र आती
क्या हाल हैं....
Check out my latest episode!