STORYMIRROR
Home
Series
Story
Poem
Quote
Audio
Buy
Contests
Awards
Academy
About Us
Partner With Us
Contact Us
Log In
Sign Up
Terms & Condition
Privacy Policy
Series
Story
Poem
Quote
Audio
Contests
Awards
Buy
Academy
Giveaway
About us
Contact us
आओगे क्या
आओगे क्या
En
English
Hi
हिन्दी
Gu
ગુજરાતી
Ma
मराठी
Or
ଓଡ଼ିଆ
Bn
বাংলা
Te
తెలుగు
Ta
தமிழ்
Ka
ಕನ್ನಡ
Ml
മലയാളം
Library
Terms & Conditions
Privacy Policy
Sign up
Log in
En
English
Hi
हिन्दी
Gu
ગુજરાતી
Ma
मराठी
Or
ଓଡ଼ିଆ
Bn
বাংলা
Te
తెలుగు
Ta
தமிழ்
Ka
ಕನ್ನಡ
Ml
മലയാളം
Feed
Library
Write
Notification
Profile
00:00
00:00
आओगे क्या
आओगे क्या
आँखें मेरी नींद के मारे झपकी सी जाती है, तुम्हें निहारते रहने के लिए अगर इन्हें मैं एक टक खोल कर रखूँ तो तुम अपनी नींद से उठकर मेरी इन आँखों को सुकून के दो-चार पल देने को आओगे क्या ?
Enjoy more
मुझे रिश्तें निभाना नहीं आता है
मुझे रिश्तें निभाना नहीं आता है -purnima
एक शाम आखिरी होगी
एक शाम आखिरी होगी - purnima
सच का बवाल " इक़बाल "
सच का बवाल " इक़बाल " - Purnima
Tribute episode to jaun elia shahab
Tribute episode to Jaun Elia Shahab
Recitati
मैं तुमसे मिलने आऊँगी
मैं तुमसे मिलने आऊँगी- Purnima
Tribute to Rahat Indori Shahab ️
Tribute to Rahat Indori Shahab
अफ़शाँ पंखुड़ियाँ - special epsiode
अफ़शाँ पंखुड़ियाँ -purnima
फागुन में मिलन - Story
फागुन में मिलन -purnima
अकेले रहने का हुनर सिखाते हैं
अकेले रहने का हुनर सिखाते हैं -purnima
कुछ भी तुम्हारा नहीं है
कुछ भी तुम्हारा नहीं है -Purnima
अनन्त प्रेम है
अनन्त प्रेम है - purnima
शायरा की मोहब्बत हो तुम
शायरा की मोहब्बत हो तुम -purnima
इश्क करना नहीं
इश्क करना नहीं -purnima
किफ़ायत बरत कर खर्च करो
किफ़ायत बरत कर खर्च करो -purnima
बहुत खतरनाक होती है वो स्त्री
बहुत खतरनाक होती है वो स्त्री -purnima
किताबों से इश्क
किताबों से इश्क -purnima
मेरे हिस्से कभी सच्चा प्रेम नहीं आया
मेरे हिस्से कभी सच्चा प्रेम नहीं आया -purnima
प्रेम बस हो जाना चाहिए
प्रेम बस हो जाना चाहिए -Purnima
सुकून मोहब्बत में नहीं
सुकून मोहब्बत में नहीं -purnima
एक दिन मौत तुमसे मिलने आयेगी - part 2
एक दिन मौत तुमसे मिलने आयेगी - part 2 - Purnima
भावनाओं का कत्ल कर दिया जाता है
भावनाओं का कत्ल कर दिया जाता है -purnima
तुम किस समाज की बात करते हो ( Part 2)
तुम किस समाज की बात करते हो - purnima
सुनो.. ऐसा है कुछ बाते हैं
सुनो.. ऐसा है कुछ बाते हैं -purnima
तुम्हें देखना जरूरी तो नही
तुम्हें देखना जरूरी तो नही - purnima
एक दिन मौत तुमसे मिलने आयेगी- part 1
एक दिन मौत तुमसे मिलने आयेगी - purnima
तुम किस समाज की बात करते हो ( Part -1)
तुम किस समाज की बात करते हो? -purnima
नाराज़गी है मुझे ज़िन्दगी से
A poetry dedicated to all my friends out there - p
आज फिर इश्क हुआ है
कुछ इश्क तुझसे -purnima
कोरा काग़ज़ हो तुम
भीगी बरसात में मिट्टी की सोंधी सी महक हो तुम आखिर
चेहरे
चेहरा जब भी देखूँ तेरा ये दिल इश्क करना चाहे मोहब्
कौन हूँ मैं तुम्हारी..
प्रेयसी या सखी - purnima
प्रेम पक रहा है
Shaam dhal rahi hai,, prem pak raha hai - purnima
क्या दूँ.
A poetry from my book Palash that is also availabl
कुबूल है
A poetry on love -purnima
कश्मकश बीते दिनों की
कश्मकश बीते दिनों की -purnima
बचपन वापिस चाहिए
बचपन की यादें -purnima
खामोशियाँ बातें करती हैं
खामोंशियाँ -Purnima
क्यूं चुप रह गयी
क्यूं चुप रह गयी - purnima
अंतिम दर्शन.
अंतिम दर्शन -Purnima
किताबें कोई पढ़ता नहीं. Episode 25
किताबें -Purnima
राम - सिया बिछोह.. रामायण
एक रात्रि रामायण की - purnima
जूस्तजू है किसकी
" मोहब्बत की रुसवाई लिख रहे हो अपने महबूब की तबाही
Tribute poetry to Sushant Singh Rajput
Remembering Sushant Singh Rajput on his first d
मोहब्बत नहीं होनी चाहिए थी
तुम्हारे प्रेम-पत्रों का इन्तिज़ार नहीं करना चाहिए
अंतिम रैन है
आज निहार लेते है तुमकों अंतिम रैन है - purnima
जैसा फिल्मों में दिखाते है
जैसा फिल्मों में दिखाते हैं ऐसा सच में होता है क्य
मुठ्ठी भर माटी
On WORLD ENVIRONMENT DAY? अनुराग से भरकर उन्हें आल
तूफान क्यूं आते हैं
शान्त कर कमरें की हर आवाज को जब भी उठाता हूँ मैं क
अंजाम बदल गया
एक पल लगा और सब बदल गया ?
रिश्ते निभाना नहीं आया
वो रुठा तो हम उसे मनाने गये हम रुठे तो हम खुद ही म
आओगे क्या
आँखें मेरी नींद के मारे झपकी सी जाती है, तुम्हें न
तुम पूरे हो ..??
Please give respect to third gender communism as y
काश..
काश आज कुछ ऐसा हो जाए कि चाँद निकलने के साथ ही तेर
तो आये ही क्यों ??
Listen the poetry and feel it
एक ख़त तुम्हारे नाम..
हाँ, तुम नर्म मिज़ाज जरुर बनना , मगर थोड़ा सख़्ती
कुछ ख़ास बाते.. ।
इश्क करना अगर ख़ता है , तो आओ आज इस ज़माने से इसकी
कभी हुआ है क्या...??
कभी हँसते - हँसते ही रो दिये हो, और जब किसी ने पूछ
इन्तिज़ार
उसकी बातें थी या जादू था , मेरा दिल इतना क्यूं बेक
ऐसी ही रहूँगी.. A poetry on International women's
Happy International Women's day to all the girls a
वादों वाला इश्क हमारा तो नहीं था.....!
A poetry on beautiful lovestory which was never me
कुछ बचेगा नहीं..।
रिश्तें बना तो रहे हो .. To know how relationship
कौन हो तुम
A poetry to know yourself ...
कुछ रिश्ते निभा रहे थे एक तरफा हम , बस उधर से तो स
क्यूं कर रही है ज़िन्दगी ? /episode 2 /hindi poetr
ख़त्म...
यह एक काल्पनिक कविता है जिसे लेखिका ने अपने शब्दो
00:00
00:00
Download StoryMirror App