Ahirani kavita - mana kahi mhanna nai - by Vijaya Manmode - अहिराणी कविता
सोनासारखं रूप तुन्ह नको घालू तू वाया । अहिराणी
सरकार बदलांनी हौस होती माले अहिराणी कविता _ Sar
मी पिनू का मंग - अहिराणी कविता _ कवी - कुणाल पा
माय व.हाऊ काय जमाना ऊनाअहिरानी कविता.khandeshi
'माय मन्ही माय' भावूक करणारी अहिरानी कविता By N
माणुसकी आटायी गयी _ अहिराणी कविता _ प्रियंकाताई
मस्त इनोदी अहिराणी कविता पिरेमक्रिकेट. अजय बिरा
'मन्ही अहिरानी माय' (Poem by Priyanka Patil Nav
पोऱ्या पाणी पाजशी का.अहिरानी कविता.heart touchi
गावमान गावमान जमणं म्हणं लगीन अहिराणी कविता by
खानदेश म्हाना 'सन दिन' कसा येतेस..'पोया..सन करे
'अहिराणी' भाषा मधून म्हणेल कविता जय_खान्देश #जय
Ahirani kavita - mana kahi mhanna nai - by Vija